4,000 करोड़ रुपये का व्यापार बंद…

- भारत ने अटारी-वाघा बॉर्डर बंद करने का फैसला किया है
- पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर लिया है फैसला
- इस रूट से दोनों देशों के बीच 4,000 करोड़ का ट्रेड होता है
नई दिल्लीः पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार के फैसले के बाद बुधवार को पाकिस्तान ने भी हर तरह की आवाजाही बंद करने की बात कही। पाकिस्तान ने अपने यहां से दूसरे देशों का माल भी भारत भेजे जाने पर रोक लगाने का ऐलान किया। इस घटनाक्रम से अटारी रूट से करीब 4000 करोड़ रुपये का व्यापार तो तुरंत बंद हो ही गया है। पाकिस्तान और भारत के बीच माल की कुल आवाजाही पर भी आंच आएगी, जो साल 2023-24 में 1.2 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई थी। विशेषज्ञों का कहना है कि अब पाकिस्तान की मुश्किल बढ़ जाएगी और वहां जरूरी चीजों की आपूर्ति में दिक्कत होगी।
अटारी फिलहाल दोनों देशों के बीच एकमात्र लैंड पोर्ट है। फिलहाल अटारी-वाघा बॉर्डर से जो माल भारत आ रहा था, उसमें अफगानिस्तान से आने वाली चीजों का हिस्सा भी था। वहां से 2018-19 में कुल व्यापार जहां करीब 4371 करोड़ रुपये था, वहीं 2019-20 में 2772 करोड़ पर आ गया। कोविड प्रभावित 2020-21 में यह 2640 करोड़ रुपये का रहा। 2022-23 में 2257 करोड़ रुपये का ट्रेड हुआ। साल 2023-24 में 3886 करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार हुआ था।
अटारी रूट से भारत से मुख्य रूप से सोयाबीन, चिकेन फीड, सब्जियों, लाल मिर्च, प्लास्टिक दाना, प्लास्टिक यार्न वगैरह का निर्यात होता रहा है। वहीं, सूखे मेवे, जिप्सम, सीमेंट, ग्लास, सेंधा नमक और मसाले भारत लाए जाते थे। भारत-पाकिस्तान के बीच माल की आवाजाही मुख्य तौर पर सिंगापुर, दुबई, श्रीलंका जैसे देशों के जरिए हो रही थी। अब पाकिस्तानी आयातकों की लागत और बढ़ जाएगी।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशंस (FIEO) के महानिदेशक डॉ अजय सहाय ने कहा, ‘पाकिस्तान से व्यापार हमारे अंतरराष्ट्रीय व्यापार के 0.06% के बराबर है। अप्रैल-जनवरी 2025 के बीच यह 50 करोड़ डॉलर से भी कम था, जबकि हमारा अंतरराष्ट्रीय 800 बिलियन डॉलर से ज्यादा का था। ताजा घटनाक्रम से व्यापार पूरी तरह रुक जाएगा।