शिवसेना ने 30 साल पुरानी दोस्ती तोड़ी तब लोकतंत्र की हत्या नहीं हुई: रविशंकर प्रसाद

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को यहां सवाल किया कि शिवसेना ने 30 साल पुरानी दोस्ती तोड़ी तब लोकतंत्र की हत्या नहीं हुई? जब अजित पवार के नेतृत्व में बड़ा तबका आकर देवेंद्र फडणवीस को समर्थन दे तो क्या लोकतंत्र की हत्या हो गई?
भाजपा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि भाजपा-शिवसेना को जनादेश मिला था और भाजपा बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। सीएम के लिए देवेंद्र फडणवीस को जनादेश मिला था। शिवसेना को जिताने में भाजपा समर्थकों का बड़ा हाथ था। ये हमारी नैतिक और राजनीतिक जीत थी।
उन्होंने कहा कि, फडणवीस की अगुवाई में हमें जीत मिली थी। चुनाव के नतीजे आने के बाद कुर्सी के लिए मैच फिक्सिंग कैसे हो गई? विपक्ष में बैठने की बात करने वालों की फिक्सिंग की है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि 30 साल की दोस्ती शिवसेना ने स्वार्थ में तोड़ दिया। ये चोर दरवाजे से वित्ती राजधानी पर कब्जे करने की साजिश थी।
प्रसाद ने कहा कि बाला साहेब का समर्पण सबको पता है, वो कांग्रेस के घोर विरोधी थे। अब शिवसेना उनके साथ चली गई है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने सभी दलों को मौका दिया था, लेकिन किसी ने दावा नहीं किया। इसलिए आज देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ली। महाराष्ट्र की जनता कह रही थी कि जब हमने जनादेश दिया तो सरकार बन क्यों नहीं रही है। ये गठबंधन महाराष्ट्र को स्थाई सरकार देगा. राज्य में हमारी सरकार नहीं गिरेगी।