Jul 06 2025 / 11:01 AM

वैभव ने मचाई तबाही, गुजरात धराशायी

बेटे के लिए पिता को बेचने पड़े खेत, युवी जैसे बैट स्विंग के लिए वैभव ने किया काफी संघर्ष

संकल्प दूत। 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स की ओर गुजरात टाइटन्स के ख‍िलाफ बल्ले से तबाही मचा दी. उन्होंने अपनी इस पारी के माध्यम से कई रिकॉर्ड भी नाम किए. साथ ही वह टी20 इत‍िहास में शतक जड़ने वाले सबसे युवा ख‍िलाड़ी बन गए. उनके इस शतक पर प‍िता संजीव सूर्यवंशी भी भावुक दिखे. वैभव सूर्यवंशी के पिता संजीव सूर्यवंशी ने बेटे की उपलब्ध‍ि पर कहा- उसने महज 35 गेंदों पर शतक लगाया और अपनी टीम राजस्थान रॉयल्स को जीत दिलाई है. उसकी इस उपलब्ध‍ि पर हम काफी खुश है.


शतक के लिए वैभव ने दुनिया के सबसे बेहतरीन स्पिनर अफगानिस्तान के राशिद खान की गेंद पर छक्का लगाया और बता दिया कि भारत का भविष्य सुरक्षित हाथों में है। हालांकि, वैभव के लिए यह सफर आसान नहीं रहा है। उन्हें और उनके परिवार को इस कामयाबी के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। आइए जानते हैं…

राजस्थान रॉयल्स के युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने 14 साल की उम्र में आईपीएल में शतक जड़ दिया है वह ऐसा करने वाले दुनिया के सबसे युवा बल्लेबाज बन गए। वैभव ने सोमवार को गुजरात टाइटंस के खिलाफ 38 गेंद में 101 रन की पारी खेली। वह इस लीग में सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय भी बन गए। वैभव आईपीएल डेब्यू करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी भी बने थे। उन्होंने लखनऊ सुपर जाएंट्स के खिलाफ डेब्यू किया था। वैभव ने अपनी आईपीएल करियर की पहली गेंद पर शार्दुल ठाकुर का सामना किया था और पहली गेंद पर छक्का लगाकर बता दिया कि उनमें कितनी प्रतिभा है।

अब शतक के लिए उन्होंने दुनिया के सबसे बेहतरीन स्पिनर अफगानिस्तान के राशिद खान की गेंद पर छक्का लगाया और बता दिया कि भारत का भविष्य सुरक्षित हाथों में है। हालांकि, वैभव के लिए यह सफर आसान नहीं रहा है। उन्हें और उनके परिवार को काफी संघर्षों का सामना करना पड़ा है। यहां तक कि उनके पिता ने उनके क्रिकेट करियर के लिए जमीन तक बेच दी थी। वैभव की उम्र पर भी सवाल उठे, लेकिन इस युवा ने मजबूती और दृढ़संकल्प से सभी को अपना लोहा मनवाया। 

पांच साल की ट्रेनिंग का मिल रहा फल 
कहते हैं पूत के पांव पालने में नजर आते हैं। पहले ही आईपीएल मैच में 20 गेंदों में 34 रन की पारी वैभव की प्रतिभा की बानगी पेश की। इसके बाद छोटी-छोटी लेकिन बहादुर पारियां खेल वैभव ने अपनी प्रतिभा दिखाई। अब उन्होंने शतक जड़कर दुनिया के सामने दम दिखाया है। शार्दुल ठाकुर, आवेश खान, सिराज, ईशांत शर्मा, प्रसिद्ध कृष्णा, वॉशिंगटन सुंदर, राशिद खान और करीम जनत जैसे गेंदबाजों पर प्रहार कर उन्होंने संकेत दे दिया है उन्हें छोटा बच्चा समझने की गलती नहीं करें। नाविक के तीर की तरह उनके शॉट ताकतवर और सटीक हैं। हालांकि, सवाल यह उठता है कि 14 वर्षीय खिलाड़ी अपने स्ट्रोक्स में इतनी ताकत कैसे पैदा कर सकता है कि उसने शीर्ष स्तर के आक्रमण का सामना करते हुए एक बार नहीं कई बार गेंद को स्टैंड में भेजा? सोमवार को गुजरात के खिलाफ अपनी पारी में वैभव ने सात चौके और 11 छक्के लगा दिए थे। 

पटना के उनके कोच मनीष ओझा कहते हैं, ‘आप लोगों ने उसके शॉट में ताकत देखी होगी। बल्ले की स्विंग और सही टाइमिंग देखी होगी। अगर छक्का मारने के लिए ताकत ही एकमात्र मानदंड होता तो पहलवान क्रिकेट खेलते। यह पांच साल की ट्रेनिंग है जिसमें वैभव हर दिन 600 सौ गेंदें खेलते थे।’ जब आम 14 वर्षीय बच्चे प्लेस्टेशन खेलने और होमवर्क करने में व्यस्त होते हैं, तब बिहार के समस्तीपुर के इस किशोर ने कई अनुभवी गेंदबाज की गेंदों पर छक्के लगाए। उन्होंने गेंद को सवाई मानसिंह स्टेडियम की दर्शक दीर्घा में पहुंचा दिया। कोच ओझा ने इस विशेष प्रतिभा को पहचाना और सुनिश्चित किया कि 10 साल के वैभव को इस तरह तैयार किया कि जब भी मौका मिले, वह बड़ी चुनौती के लिए तैयार रहे। 

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