Apr 20 2025 / 3:37 PM

जामिया छात्राओं ने दिल्ली पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- गुप्तांगों पर लात मारी और हिजाब भी फाड़ दिए

नई दिल्ली। जामिया मिल्लिया इस्लामिया की छात्रों के एक समूह ने बुधवार को आरोप लगाया कि सोमवार को जब वे संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ संसद तक मार्च करने की कोशिश कर रहे थे तब पुलिस ने छात्राओं के गुप्तांगों पर लात मारी, कपड़े और हिजाब फाड़ दिया एवं गालियां दीं। हालांकि, पुलिस ने इस संबंध में तत्काल कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है।

बता दें कि सोमवार को जामिया के स्टूडेंट्स और स्थानीय लोगों ने संसद की तरफ मार्च निकाला था जिन्हें बीच रास्ते पुलिस ने रोक दिया था। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प की खबरें सामने आई थीं। करीब 20 स्टूडेंट्स बुधवार को मीडिया के सामने आए और उन्होंने अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने कहा कि उन्हें होली फैमिली हॉस्पिटल के नजदीक रोक दिया गया, जब पुलिस ने उन्हें जूतों, डंडों ,रॉड और स्टील गियर से पीटा। इस दौरान करीब 23 लोगों को अल शिफा और अंसारी अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया।

ये स्टूडेंट्स अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। वहीं, प्रदर्शनकारी छात्राओं का आरोप है कि उनके निजी अंगों पर हमला किया गया, पुलिसकर्मी उनकी जांघों पर चढ़ गए और उनके हिजाब फाड़ डाले गए। बता दें कि जामिया के स्टूडेंट्स पिछले दो महीने से नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार और शनिवार को चुनावों के कारण प्रदर्शन नहीं करने का फैसला किया था।

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