भारत के मुस्लिम सबसे सुखी, क्योंकि हम हिंदू हैं: मोहन भागवत

भुवनेश्वर। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में शनिवार को एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि संघ का उद्देश्य भारत में परिवर्तन के लिए सिर्फ हिंदुओं को नहीं पूरे समाज को संगठित करना है। आरएसएस की शीर्ष निर्णय निर्धारण संस्था अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक के मद्देनजर यहां बुद्धिजीवियों की सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि समाज को एकजुट करना आवश्यक है और आरएसएस इस दिशा में काम कर रहा है।
अपने संबोधन में भागवत ने कहा कि हमारी किसी के प्रति कोई घृणा नहीं है। एक बेहतर समाज बनाने के लिए हमें एक साथ आगे बढ़ना चाहिए जो देश में बदलाव ला सकें और उसे विकास में मदद दे सकें। ओडिशा के नौ दिन के दौरे पर आए भागवत ने कहा कि भाव, विचार और संस्कृति में विविधता के बावजूद भारत के लोग खुद को एक ही महसूस करते हैं।
आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि दुनिया में सबसे सुखी मुसलमान भारत में मिलेंगे क्योंकि हम हिंदू हैं। बयान में संघ प्रमुख ने कहा, यदूही मारे-मारे फिरते थे, अकेले भारत ने उन्हें शरण दी, पारसी की पूजा और मूल धर्म सुरक्षित केवल भारत में है। विश्व में सर्वाधिक सुखी मुसलमान, भारत में मिलेंगे। ऐसी क्यों है? क्योंकि हम हिंदू हैं?
आरएसएस के सूत्रों ने कहा कि इस दौरान भागवत 15-20 अक्टूबर के बीच अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में शामिल होंगे, जहां विभिन्न राज्यों और मान्यता प्राप्त समूहों के पदाधिकारी शामिल होंगे। आरएसएस की सर्वोच्च नियामक इकाई अपनी वार्षिक बैठक ओडिशा में पहली बार आयोजित कर रही है।