“बारिश आई नहीं, और इंजन बाई-बाई!”

क्या आपका कार इंश्योरेंस मानसून में वाकई आपकी कार को बचा पाएगा? जानें जरूरी बातें
नई दिल्ली:
मानसून आ चुका है — भीगती सड़कें, जाम से भरे रास्ते और हर कोने पर जलजमाव! पर ज़रा रुकिए… क्या आपकी कार इस मौसम के लिए तैयार है? और उससे भी अहम सवाल, क्या आपका इंश्योरेंस इस मानसून में आपकी कार को सच में कवर करता है?
सावधान! सिर्फ कॉम्प्रीहेंसिव इंश्योरेंस काफी नहीं
कई लोग सोचते हैं कि उनके पास कॉम्प्रीहेंसिव पॉलिसी है, तो उन्हें किसी नुकसान की चिंता नहीं। लेकिन असलियत कुछ और है। भारी बारिश के कारण होने वाले इंजन डैमेज, पानी घुसने से खराबी, और गिरते पेड़ों या खंभों से कार को डेंट — ये सब आपकी स्टैंडर्ड पॉलिसी में शामिल नहीं होते।
🚨 इन हालातों में रिजेक्ट हो सकता है क्लेम:
- पानी से इंजन को नुकसान, बिना ऐड-ऑन के
- पुराने डैमेज या पहले से खराब टायर
- अधूरे डॉक्यूमेंट्स या देरी से क्लेम
- यूज़ुअल वियर एंड टियर (जैसे ब्रेक घिसना)
✅ इन जरूरी ऐड-ऑन को जरूर जोड़ें:
- इंजन प्रोटेक्शन कवर: पानी से हुए इंजन डैमेज को कवर करता है
- रोडसाइड असिस्टेंस: बारिश में बीच सड़क पर कार बंद हो जाए, तो ये आपके काम आएगा
- रिटर्न टू इनवॉइस: कार टोटल लॉस होने पर ऑन-रोड कीमत वापस मिलती है
- नो क्लेम बोनस प्रोटेक्शन: एक क्लेम के बाद भी बोनस बरकरार
- कंजम्प्शन कवर: कीचड़, पानी या रेत से कार के छोटे-छोटे नुकसान कवर
🌧️ मानसून में समझदारी जरूरी है, सिर्फ छतरी नहीं — इंश्योरेंस की भी!
अगर आप बड़े शहरों जैसे मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु या कोलकाता में रहते हैं, तो आपको यह ऐड-ऑन जरूर लेने चाहिए। बारिश से सड़कें भले बह जाएं, पर आपका पैसा और कार ना बहे — इसके लिए समझदारी से पॉलिसी चुनें।