Jul 08 2025 / 11:32 PM

जून में रिकॉर्ड तोड़ बारिश का अनुमान: भीषण गर्मी से मिलेगी राहत

नई दिल्ली: भारत ने मौसम की सटीक भविष्यवाणी के लिए अपना स्वदेशी भारत फोरकास्ट सिस्टम (BFS) लॉन्च कर दिया है, जिसके जरिए अब मौसम की ट्रैकिंग भी शुरू हो गई है. इस नए सिस्टम से मिल रहे पूर्वानुमानों के अनुसार, अगले महीने जून में भीषण गर्मी यानी हीट वेव का कोई खतरा नहीं है. इसके विपरीत, देश के खेती प्रधान राज्यों (कोर जोन) में मानसून सामान्य से अधिक रहने की संभावना है, जिससे किसानों को भी राहत मिलेगी.

मौसम विभाग ने बताया है कि जून में पूरे देश में सामान्य से 108 प्रतिशत अधिक बारिश होने का अनुमान है. इससे पहले पूरे मानसून सीजन (1 जून से 30 सितंबर तक) के लिए 105 प्रतिशत बारिश का पूर्वानुमान था, जिसे अब संशोधित कर 106 प्रतिशत बारिश कर दिया गया है.


क्षेत्रीय बारिश का अनुमान और तापमान की स्थिति

मौसम विभाग के अनुसार, मध्य भारत और दक्षिण प्रायद्वीप में सामान्य से अधिक बारिश होगी, जबकि उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य बारिश की उम्मीद है. हालांकि, पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम बारिश हो सकती है. कुल मिलाकर, जून के महीने में देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की जाएगी, केवल प्रायद्वीप और पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम बारिश देखने को मिलेगी.

तापमान की बात करें तो, उत्तर-पश्चिम को छोड़कर जून में अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य या सामान्य से कम रहेगा, जो भीषण गर्मी से राहत देगा. हालांकि, न्यूनतम तापमान देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से ज्यादा रहेगा, यानी रातें अपेक्षाकृत गर्म हो सकती हैं.


मानसून की गति और प्री-मानसून बारिश

यह भी बताया गया है कि प्री-मानसून सीजन में सामान्य से अधिक बारिश पहले ही हो चुकी है. मानसून की वर्तमान गति अगले 3 से 4 दिनों तक इसी तरह बनी रह सकती है. बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र (लो प्रेशर एरिया) बनने से भी मानसून को गति मिलने की उम्मीद है.

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