दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर वर्नोन फिलैंडर ने इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास

नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज वर्नोन फिलैंडर ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला। दक्षिण अफ्रीका के इस खिलाड़ी ने इस मैच से पहले अपने देश के लिए 64 टेस्ट खेले। उन्होंने इन मैचों में 224 विकेट लिए और 1779 रन भी बनाए। फिलेंडर अपने करियर के आखिरी के वर्षों में चोट से परेशान रहे। इस कारण भी वे उम्मीद से कम मैच खेल पाए।
34 साल के वर्नोन फिलैंडर ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज शुरू होने से पहले ही कह दिया था कि यह उनके करियर की आखिरी सीरीज होगी। फिलैंडर ने अपने आखिरी मैच की पहली पारी में दो विकेट लिए और दूसरी पारी में उनके हिस्से एक भी विकेट नहीं आया। उन्होंने दूसरी पारी में सिर्फ 1.3 ओवर ही फेंके और दूसरे ओवर में ही उन्हें चोट के कारण बाहर जाना पड़ा।
वर्नोन फिलैंडर अपने आखिरी टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका को जीत नहीं दिला सके। इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका को मैच के चौथे दिन ही 119 रन से हरा दिया। मैच के बाद फिलेंडर को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। यह मैच हालांकि वर्नोन फिलैंडर के लिए कुछ कड़वी यादें लेकर भी आया। उन पर मैच फीस का 15% जुर्माना भी लगा और एक नकारात्मक अंक भी उनके हिस्से में आया। यह सब उनके द्वारा इंग्लैंड के बल्लेबाज जोस बटलर को आउट करने के बाद मनाए गए जश्न के कारण हुआ।
वर्नोन फिलैंडर ने इसके अलावा 30 वनडे मैच भी खेले। उन्होंने इन मैचों में 41 विकेट लिए और 151 रन बनाए। उन्होंने सात टी20 इंटरनेशनल मैच भी खेले, जिनमें 4 विकेट लिए और 14 रन बनाए। इस तरह उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 97 मैच खेले और 261 विकेट लिए हैं। वर्नोन फिलैंडर दक्षिण अफ्रीका के तीसरे सबसे सफल ऑलराउंडर हैं।
टेस्ट क्रिकेट में उनसे ज्यादा रन और विकेट सिर्फ दो ऑलराउंडरों के नाम हैं। ये नाम जैक कैलिस और शॉन पोलक हैं। दक्षिण अफ्रीकी कप्तान फाफ डू प्लेसिस ने कहा, मैं फिलैंडर का उनके योगदान के लिए शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। यह टीम उन्हें याद करेगी। हम रात में ड्रेसिंग रूम में उनके साथ बैठेंगे और अपनी यादें ताजा करेंगे। फिलेंडर ने 2011 में पदार्पण किया था।