राजनीति में नहीं होनी चाहिए जमींदारी प्रथा’, बीजेपी नेताओं को PM मोदी की नसीहत

“राजनीति में वंशवाद नहीं, कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता मिले” – बिहार में पीएम मोदी का सख्त संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बिहार दौरे की शुरुआत पटना स्थित बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में पार्टी के सांसदों, विधायकों और प्रमुख पदाधिकारियों से संवाद कर की। करीब 70 मिनट चली इस अहम बैठक में पीएम मोदी ने संगठन को मजबूत करने, जीत की रणनीति बनाने और टिकट वितरण को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए।
पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी यहां तक सिर्फ किसी एक व्यक्ति या पीढ़ी की मेहनत से नहीं, बल्कि चार पीढ़ियों के सतत संघर्ष और बलिदान से पहुंची है। उन्होंने पार्टी नेताओं को चेताया कि हमें अपने पूर्वजों के त्याग को कभी नहीं भूलना चाहिए।
वंशवाद और ‘पारिवारिक टिकट’ को लेकर सख्त रुख
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने पार्टी के भीतर परिवारवाद पर करारा प्रहार करते हुए कहा, “राजनीति में जमींदारी प्रथा नहीं चलनी चाहिए। यह नहीं हो सकता कि आप नहीं तो आपका बेटा चुनाव लड़े। कार्यकर्ताओं की मेहनत को प्राथमिकता मिलनी चाहिए।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि टिकट की दावेदारी केवल वंश या नजदीकियों के आधार पर नहीं होनी चाहिए। जो कार्यकर्ता मैदान में काम कर रहे हैं, उन्हें ही मौका मिलना चाहिए।
सोशल मीडिया और बूथ स्ट्रेंथ पर दिया जोर
पीएम मोदी ने नेताओं से कहा कि जो भी व्यक्ति टिकट की दावेदारी करता है, उसे सोशल मीडिया पर मजबूत उपस्थिति दिखानी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि कम से कम 50,000 फॉलोअर्स होना एक मानदंड होना चाहिए। साथ ही, हर कार्यकर्ता से अपने-अपने बूथ को मजबूत करने की अपील की। उनका संदेश था, “बूथ जीतो, बिहार जीतो।”
जनता के बीच ले जाएं सरकार की उपलब्धियाँ
प्रधानमंत्री ने पार्टी नेताओं को जनता के बीच जाकर सरकार के सकारात्मक कार्यों को साझा करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि “मन की बात” जैसे अभियानों को बूथ स्तर पर लोगों तक पहुंचाया जाना चाहिए।
उन्होंने “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता, आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त नीति, और पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेनकाब करने जैसे मुद्दों को जनता तक पहुँचाने पर भी जोर दिया।